नई दिल्ली, 8 दिसम्बर 2020, FACT CHECK: सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 12 दिन से किसान आंदोलन कर रहे हैं सरकार और किसान नेताओं की लगातार वार्ताओं से भी किसानों की समस्याओं का कोई हल नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में किसानों ने आज भारत बंद का ऐलान भी किया था इसका असर भी देश में दिख रहा है। इन सबके बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर की खूब चर्चा हो रही है।
दरअसल सोशल मीडिया पर एक बोर्ड की तस्वीर वायरल हो रही है. जिसके बारे में सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। वायरल हो रही तस्वीर में बोर्ड पर लिखा है ‘अडानी एग्री लॉजिस्टिक लिमिटेड’ इस तस्वीर के वायरल होने पर यह कहा जा रहा है कि अडानी ने भंडारण की तैयारी भी शुरू हो गई है।
आपको यह भी बता दें कि किसान आंदोलन के बीच किसानों का कहना है कि यह तीनों ही कृषि कानून सिर्फ कॉरपोरेट्स को फायदा पहुंचाने वाले हैं। उनसे किसानों का कोई हित नहीं होने वाला है। वहीं सरकार बार-बार किसानों को यही समझाती हुई दिख रही है कि यह तीनों कृषि कानून किसानों को सशक्त बनाएंगे।
तथा उनकी आय में वृद्धि करेंगे परंतु किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। ऐसे में यह तस्वीर किसान आंदोलन के समर्थक लोगों को और भड़का रही है। तस्वीर वायरल होने के बाद से ही लोग सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
#CongressBjpKilledDemocracy
बिल अभी राष्ट्रपति के पास गया है संसद में बाकी है और एडवांस में अदानी की तैयारी शुरू है। किसानों को पूरी तरह बर्बाद करके ही छोड़ेगे कांग्रेस बीजेपी वाले।#राष्ट्रीय_किसान_मोर्चा इसका जाहिर विरोध करता है@WamanCMeshram#CongressBjpKilledDemocracy pic.twitter.com/qII7LMDvLS— Arun jangid (obc) (@arunjangidRAPVM) September 22, 2020
एक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा कि ‘ बिल राष्ट्रपति के पास चला गया है। बाकी संसद में है लेकिन अडानी के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है। कांग्रेस और भाजपा किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर देंगे। वहीं तस्वीर के वायरल होने के बाद जब इस पर पड़ताल की गई तो इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार वायरल हो रही तस्वीर हाल ही की नहीं बल्कि बहुत पुरानी है।
आपको बता दें पंजाब के मोगा में स्थित अडानी ग्रुप के बोर्ड की जो तस्वीर वायरल हो रही है वहां अडानी का अनाज भंडारण नया नहीं बल्कि 2007 से ही चल रहा है। वहीं अडानी एग्री लॉजिस्टिक लिमिटेड की वेबसाइट के मुताबिक कंपनी एफसीआई के साथ मिलकर 2007 से ही भंडारण का काम कर रही है।