नई दिल्ली, 29 नवंबर 2020: केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का समर्थन करते हुए कांग्रेस ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक अभियान चलाया जिसमे पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने ‘स्पीकअप फॉर फारमर्स’ नामक सोशल मीडिया अभियान से लोगों से जुड़ने की अपील की।
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक वीडियो शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा उन्होंने कहा- ‘मोदी सरकार ने किसान पर अ’त्याचार किए- पहले काले कानून फिर चलाए डं’डे, लेकिन वो भूल गए कि जब किसान आवाज उठाता है तो उसकी आवाज पूरे देश में गूंजती है। किसान भाई-बहनों के साथ हो रहे अ’त्याचार के ख़लिाफ आप भी ‘स्पीकअप फॉर फारमर्स’ के माध्यम से जुड़िए।
आपको बता दें, केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों का आंदोलन का आज पांच वा दिन है। नेशनल हाईवे पर सैकड़ों किसान डेरा डाले हुए हैं। केंद्र सरकार की पहल के बावजूद किसान सड़कों से हटने को तैयार नहीं है।
Instead of going to open jail in Burari, we’ve decided that we will gherao Delhi by blocking 5 main entry points to Delhi. We’ve got 4 months ration with us, so nothing to worry. Our Operations Committee will decide everything: Surjeet S Phul, President, BKU Krantikari (Punjab) https://t.co/aH5xm26WAi pic.twitter.com/2L0yL7vVmf
— ANI (@ANI) November 29, 2020
धरने के पांचवे दिन आंदोलनकारी किसानों ने केंद्र सरकार पर हम’ला बोलते हुए कहा कि, सरकार ने किसानों का अपमान किया है. वह अब बुराड़ी मैदान में प्रदर्शन नहीं करेंगे. किसानों ने कहा कि वह पूरी तैयारी के साथ दिल्ली आए हैं, उनके पास इतना राशन है, कि वे पांच महीने तक सड़कों पर रहकर विरोध-प्रदर्शन कर सकते हैं।
किसान संगठनों ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो, वह पांच मुख्य मार्ग हैं, जहां से दिल्ली में घुसा जा सकता है. उन्होंने कहा कि किसान पांचों प्वाइंट को जाम कर पूरी दिल्ली जाम कर देंगे।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/HbwMBWbHtW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2020
वही गुस्साए किसानों ने यह भी साफ-साफ कहा कि उनका किसी भी क’ट्टरपं’थी संगठन से कोई लेना-देना नहीं है, सरकार ने किसानों पर गलत आरोप लगा रही है. इसके साथ ही किसानों ने कहा कि केंद्र तीनों कृषि कानूनों को वापस ले जिसके बाद वह खुद ही आंदोलन खत्म दिल्ली से निकल जायेगे।