नई दिल्ली, 30 नवंबर 2020: पिछले पांच दिनों से देश में किसान आंदोलन चल रहा है पंजाब और हरियाणा के किसान केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि अध्यादेशों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। तथा दिल्ली चलो रैली निकाल रहे हैं. ऐसे में किसान आंदोलन सिर्फ सड़क पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प ही नहीं बल्कि अब इसकी गूंज राजनीतिक गलियारों में भी दिखने लगी है।
आपको बता दें कि इस समय पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली सिंधु बॉर्डर के पास पिछले पांच दिनों से डटे हुए हैं ऐसे में जब 2 राज्यों के किसान सरकार से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं तब इन्ही दो राज्यों के मुख्यमंत्री भी आमने-सामने हो गए।
हाल ही में पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों के बीच एक विवा’द हो गया जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो यहां तक कह डाला कि जब तक हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर उनसे माफी नहीं मांगेंगे तब तक हो उनसे बात नहीं करेंगे।
दरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि खट्टर किसानों को अपनी बात कहने से रोक रहे हैं जब केंद्र सरकार ने किसानों को आंदोलन की अनुमति दे दी है तो खट्टर कौन होते हैं जो किसानों को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं।
Who is @mlkhattar to stop the farmers from going to national capital when Centre & Delhi are allowing farmers to enter? Why did he assault them? I’ll not forgive him for what he’s done to the farmers. He never called earlier but now I won’t talk to him till he apologizes. pic.twitter.com/VJbwZri00p
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 28, 2020
वहीं इस पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पलटवार करते हुए कहा कि हमने तय किया है कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की भीड़ नहीं जुटने देंगे अगर प्रदेश में कोरोना के मरीज बढ़ते हैं तो इसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी।
केंद्र सरकार ने भी भीड़ जमा न होने के निर्देश दिए हैं ऐसे में कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान आंदोलन की अनुमति कैसे दे सकते हैं उन्होंने यह भी कहा कि मैंने इस पर कैप्टन अमरिंदर सिंह से बात करने की कोशिश की परंतु उन्होंने मेरा कॉल रिसीव नहीं किया।
दोनों नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी जारी है पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने मुझे कोई कॉल नहीं किया तथा अब अगर वह मुझे फोन करेंगे तो भी मैं उनसे बात नहीं करूंगा उन्हें किसानों से माफी मांगनी होगी।
कैप्टन अमरिंदर के फोन कॉल्स के दावे के बाद खट्टर के निजी सचिव ने ट्वीट कर कैप्टन अमरिंदर पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि ‘ मुझे आशा है कि कैप्टन अमरिंदर अच्छा कर रहे हैं परंतु ऐसा लगता है कि आपके निजी कर्मचारियों ने अन्य मुख्यमंत्रियों के फोन कॉल्स के बारे में जानकारी नहीं दी है।
निजी सचिव की प्रतिक्रिया के बाद दोनों नेताओं के बीच लगातार बयानबाजी जारी है दोनों नेता आपस में एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं कि वह किसानों के हित में कोई काम नहीं करना चाह रहे हैं।