मुंबई: मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने TRP घोटाले में चार्जशीट दायर करते हुए, रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एक बड़े अधिकारी सहित कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया है. इन 12 लोगों में से फिलहाल सात आरोपी अभी ज़मानत पर बाहर हैं.
आपको बता दें कि बीते कुछ हफ़्तों पहले रिपब्लिक टीवी सहित 2 अन्य चैनलों पर गलत तरीके से टीआरपी बढ़ाने के आरोप लगे थे, जिसमें एक संस्था ‘हंसा रिसर्च’ के कुछ कर्मचारी, चैनल रेटिंग का आकलन करने वाली एजेंसी पर रेटिंग में हेरफेर करने के आरोप लगे थे.
रिपब्लिक टीवी का फर्जी टीआरपी मामले में नाम आने के बाद ‘अर्नब गोस्वामी’ ने काफी हंगामा किया था
यह चैनलों की फर्जी टीआरपी दिखाने का घोटाला तब सामने आया, जब इसको रेटिंग देने वाली एजेंसी ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (बार्क) ने ‘हंसा रिसर्च ग्रुप’ को माध्यम बनाकर एक शिकायत दर्ज करवाई थी, इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि कुछ TV Channel टीआरपी के आंकड़ों में गड़बड़ कर रहे हैं.
हंसा नाम की एक कंपनी को ‘व्यूअरशिप डेटा’ यानि के किसी भी समय कितने दर्शक कौन-कौनसा चैनल देख रहे हैं और कितने समय तक वह इनको देख रहे हैं इसको मापने के लिए जो Device ) लगायी गयी थी वो हंसा कंपनी ने ही लगायी थी.
जब मुंबई पुलिस ने इसकी जाँच की तो कमिश्नर परमबीर सिंह ने पाया कि रिपब्लिक टीवी और दो मराठी चैनल बॉक्स सिनेमा और फक्त मराठी गलत तरीके से टीआरपी के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं. जब उन्होंने रिपब्लिक टीवी और उन दो अन्य चैनल वालों से इसके बारेमे पूछताछ की तो टीआरपी प्रणाली में इन सभी लोगों ने किसी भी तरह की छेड़छाड़ से मना कर दिया था.
जब रिपब्लिक टीवी का फर्जी टीआरपी मामले में नाम आया, तब इसके मालिक ‘अर्नब गोस्वामी’ ने काफी हंगामा खड़ा किया था. तभी पिछले काफी समय से ये ‘रिपब्लिक टीवी चैनल’ देश में नंबर TRP दिखाकर दूसरे चैनलों को नीचा दिखाने की होड़ में लगा हुआ था, इसके बाद जब असलियत का खुलासा हुआ तब पता लगा कि यह सब कुछ पूरी तरह से फर्जी था.