नई दिल्ली: राफेल लड़ा’कू विमानों के आने के बाद ही चीन ने LAC पर जारी वि’वाद के बीच लद्दाख के रेंज में परमाणु बॉ’म्बर लगा दिए हैं. चीन ने कथित तौर पर अपने कुछ प’रमा’णु ह’थिया’रों को काशगर, शिनजियांग में भारतीय सीमा के करीब रखा है. एक चीनी पूर्व सैन्य अधिकारी द्वारा लिखित पेपर और भारतीय मीडिया द्वारा रिपोर्ट के अनुसार, यहां से चीन मिनटों के भीतर भारत पर ह’म’ले करने की क्ष’मता रखता है।
यांग चेंगजुन द्वारा प्रकाशित एक पत्र के अनुसार, चीन ने अपने प’रमा’णु कार्यक्रमों को तेज करते हुए एक मि’साइ’ल ह’म’ले की चेतावनी प्रणाली को पूरा किया है. चीन दुश्मन के परमाणु मि’साइ’लों का पता लगा सकता है और मुख्य भूमि चीन के हिट होने से पहले मिनटों के भी’त’र प’रमा’णु ह’थिया’रों का उपयोग कर पलटवार कर सकता है।
न्यूज़ 24 की खबर के अनुसार, सीमा पर चीन की PLA की एयरफोर्स काशगर एयरपोर्ट पर तैनात है. इसके साथ ही एयरबेस पर रणनीतिक बॉ’म्ब’र और दूसरे असेट भी तैनात हैं. सैटलाइट तस्वीरों में दिखाया गया है कि इस बेस पर 6 शियान H-6 बॉ’म्ब’र हैं जिनमें से दो 2 पेलोड के साथ हैं. वही इसके अलावा 12 शियान Jh-7 फाइटर हैं।
यांग ने कहा कि इस तरह के सिस्टम के विकास के लिए समुद्र आधारित रडार के साथ मिसाइल लॉन्च का पता लगाने के लिए कृत्रिम उपग्रहों को एकीकृत करने के लिए उन्नत मि’सा’इल रक्षा प्रौ’द्योगि’कि’यों की आवश्यकता है।
यांग ने यह भी जोर दिया कि चीन की परमाणु क्षमता अमेरिका और रूस सहित अन्य परमाणु देशों के लिए तुलनीय हो गई है. चीन ने काशगर में एक भू’मि’गत प’रमा’णु बे’स के निर्माण का काम शुरू कर दिया है।
लद्दाख में भारत-चीन ट’करा’व से पहले ही यह निर्माण शुरू हो गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि भूमिगत नि’र्माण का उपयोग बी’जिं’ग द्वारा परमाणु युद्ध को छुपाने के लिए किया जा सकता है और नई दिल्ली द्वारा स्ट्राइक के मामले में बी’जिंग भारतीय ल’क्ष्यों को जल्दी और प्रभावी रूप से मा’र सकता है।
इससे पहले खबर थी कि चीन ने भारत से सटी सीमा के पास अपने कम से कम 8 एयरबेस या हेलीपैड्स को ऐक्टिव कर दिया, जहां से यह हर स्थिति से निपटने की तैयारी रख सकता है।