राजनीति के गलियारों में न कोई दोस्त और ना ही कोई दुश्मन होता कब क्या देखने को मिल जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। जहां हर बार भाजपा बनाम कांग्रेस ही सुनाई पड़ता है वहां अब पंचायती राज चुनाव में भाजपा कांग्रेस के एक साथ होने से नाराज हुए एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बीटीपी के प्रति सहानुभूति दिखाई है।
बता दें डूंगरपुर शहर के जिला प्रमुख चुनाव में बीटीपी को हराने के लिए कांग्रेस तथा भाजपा के एक साथ होने के मुद्दे पर पैदा हुई सियासी गर्माहट में अब असदुद्दीन ओवैसी भी उसमें कूद पड़े हैं। भाजपा-कांग्रेस पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करके कांग्रेस तथा भाजपा को एक बताते हुए बीटीपी को किंगमेकर बताया कहा है।
BTP ने ओवैसी के प्रस्ताव को स्वीकारा
इसके साथ ही इस संघर्ष में बीटीपी का साथ देने की बात कहकर गठबंधन का न्यौता भी दे दिया है। ओवैसी ने बीटीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष छोटूभाई वासवा के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा कि- ‘वासवा जी कांग्रेस आपको और मुझको सुबह-शाम विपक्षी एकता का पाठ पढ़ाएगी। लेकिन खुद जनेऊधारी एकता से ऊपर नहीं उठेगी।
ये दोनों एक हैं, आप कब तक इनके सहारे चलोगे? क्या आपकी स्वतंत्र सियासी ताकत किसी किंगमेकर होने से कम है? उम्मीद है कि आप जल्द ही एक सही निर्णय लेंगे। हिस्सेदारी के इस संघर्ष में हम आपके साथ हैं। ओवैसी की पार्टी के राजस्थान में अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की सियासी हलचल में चर्चाएं थीं।
वसावाजी कांग्रेस आपको और मुझको सुबह-शाम “विपक्षी एकता” का पाठ पढ़ाएगी लेकिन ख़ुद “जनेऊधारी एकता” से ऊपर नहीं उठेगी।ये दोनों एक है।आप कब तक इनके सहारे चलेंगे?क्या आपकी स्वतंत्र सियासी ताक़त किसी “kingmaker” होने से कम है?उम्मीद है के आप जल्द ही एक सही फैसला लेंगे। हिस्सेदारी के… https://t.co/4Bz3vVKcZp
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 12, 2020
लेकिन अब असदुद्दीन ओवैसी के इस ट्वीट से इन चर्चाओं को और भी पुख्ता आधार मिल गया है। कांग्रेस से नाराज चल रहे मुस्लिम नेताओं ने इससे पहले एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी से संपर्क कर राजस्थान में पार्टी को सक्रिय करने का निमंत्रण दिया था।
@asadowaisi हम भी आपके साथ है
— Chhotubhai Vasava (@Chhotu_Vasava) December 12, 2020
अब डूंगरपुर में जिला प्रमुख और कई जगह प्रधान के चुनाव में बीटीपी को हराने के लिए कांग्रेस तथा बीजेपी के एक होने से राजनीतिक समीकरण में बदलाव हुआ है। बीटीपी के दोनों विधायकों ने कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने की बात कही है। कांग्रेस और बीटीपी के बीच तनातनी बढ़ने का लाभ ओवैसी उठाना चाहते हैं।