किसान आंदोलन को अब महीना भर हो चला है, लेकिन सरकार अभी तक किसानों की कोई सुध लेती नहीं दिख रही है। किसान आंदोलन में देखते ही देखते एक के बाद एक नए नए दृश्य देखने को मिले हैं. पिछले 26 दिन से किसान कोरोना महा’मा’री और ठंड के बीच सड़क पर डटे हुए हैं किसानों का केंद्र सरकार को साफ कहना है कि जब तक यह काले कानून वापस नही ले लेती वे सड़क से नहीं हटेंगे बल्कि इस आंदोलन को और तेज करेंगे।
हालांकि सरकार और किसान नेताओं के बीच कई वार्ताएं भी हुई हैं। लेकिन अभी तक दोनों पक्षों में किसी भी बात पर सहमति नहीं बनी है। सरकार चाहती है कि यह तीनों कानून बने रहे वहीं किसान इन कानूनों को काले कानून कह रहे हैं उनका कहना है कि यह सिर्फ कॉरपोरेट्स के फायदे के लिए हैं. ऐसे में अब किसानों का गुस्सा कॉरपोरेट्स के खिलाफ भी फूट पड़ा है।
अब किसानों ने उखाड़े जिओ के टावर:-
फतेहाबाद के गांव हंसेवाला में किसानों ने जिओ मोबाइल टावर की काटी बिजली सप्लाई, किसानों के द्वारा मोबाइल टावर के आगे जमकर की गई नारेबाजी, टावर को सप्लाई देने वाली बिजली के खंभे से काटी गई बिजली की सप्लाई।#BoycottRelianceProducts pic.twitter.com/5eVbkvxAfh
— Yogender Yogi یوگیندر یوگی (@yogenderayogi) December 11, 2020
जहां एक ओर किसान, सरकार के तीनों काले कानूनों पर गुस्साए हुए हैं वहीं अब उनका गुस्सा कॉरपोरेट्स के खिलाफ भी फूट पड़ा है. और इसी दिशा में अब किसानों ने जिओ के टावर को निशाना बनाया है।
जानकारी के अनुसार किसानों ने जिओ के टावर की बिजली काट उन्हें बंद कर दिया. बता दें कि किसानों ने खन्ना के गांव इकोलाहा में पहले तो जिओ के टावर की बिजली काट दी और उसके गेट पर ताला लगा दिया।
यही नहीं अब किसानों का कहना है कि मोदी सरकार जिनके लिए यह कानून लेकर आई है अब हम उनके खिलाफ इसी तरह खड़े होंगे और उनकी कमर तोड़ेंगे. आपको बता दें कि इससे पहले भी किसान देश के बड़े उद्योगपति अंबानी और अडानी के खिलाफ विरोध प्रकट कर चुके हैं।
किसानों ने हरियाणा के सोनीपत में रिलायंस के शोरूम पर ताला जड़ दिया था और अब एक बार फिर किसानों का गुस्सा कॉर्पोरेटस के खिलाफ देखने को मिला है। वहीं जब इस मामले में इकोलाहा गांव सरपंच मनदीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमने गांव में लगे जिओ के टावर की बिजली काट दी है।
उन्होंने यह भी कहा कि अब ऐसा आस-पास के गांव में भी किया जाएगा. क्योंकि सरकार किसानों की मांगों को नहीं मान रही है उनके ऊपर अंबानी और अडानी का प्रेशर है अगर अंबानी और अडानी एक हो गए हैं तो अब उनके खिलाफ किसान भी एकजुट हो गए हैं।
वहीं गांव के ही परविंदर सिंह कहते हैं जब देशभर के किसान मांगों को लेकर दिल्ली में धरने पर बैठे हैं तो हमारा भी फर्ज बनता है कि उनके समर्थन में हम कुछ करें इसलिए हमने जिओ के टावर की बिजली काट दी और हम अब आस-पास के गांव में भी ऐसा ही करेंगे।