जिस तरह गधे के गले में टाई बांध देने से वो RTO नही बन जाता ठीक उसी तरह किसी प्रेस का प्रेस कार्ड लटका लेने से हर कोई पत्रकार नही बन सकता? आज डिजिटल इंडिया के इस युग में पत्रकार बनना कोई मुश्किल काम नही है। पत्रकारिता के इस युग में पत्रकार बनने की सबसे बड़ी योग्यता इंटरनेट युक्त स्मार्टफोन है?
यही हाल है हमारे हिंदी समाचार चैनल न्यूज़ नेशन के वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया का जो अपनी बातों को लेकर सोशल मीडिया आये दिन यूजर्स के निशाने पर आ जाते है। दरअसल, सोशल मीडिया पर लोग उन्हें इनके एक ट्वीट के चलते जमकर ट्रोल करते हुए उन्हें खरी-खोटी सुना रहे हैं। यूजर्स दीपक चौरसिया के ट्वीट पर प्रतिक्रियां देते हुए कह रहे हैं कि, ऐसे ही पत्रकारों की वजह से आज पत्रकारिता बदनाम हो रही है।
दरअसल, दीपक चौरसिया ने मुसलमानों को लेकर चीन पर बड़ा दावा किया है। चौरसिया ने ट्वीट करते हुए कहा है कि चीन में मुसलमानों को हर जुमे यानि (शुक्रवार) पर सुअ’र का मां’स खाने को मजबूर किया जा रहा है।
चीन ने पार की प्रताड़ना की इन्तेहां! कैंपों में उइगर मुसलमानों को जबरदस्ती खिला रहा है सूअर का मांस। मुस्लिमों को हर शुक्रवार को सूअर का मांस खाने को मजबूर कर रहा है।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) December 4, 2020
दीपक चौरसिया ने अपने ट्वीट में लिखा, “चीन ने पार की प्रताड़ना की इन्तेहां, कैंपों में उइगर मुसलमानों को जबरदस्ती खिला रहा है सूअ’र का मां’स। मुस्लिमों को हर शुक्रवार को सूअ’र का मां’स खाने को मजबूर कर रहा है।
मैं नहीं मानता। सूअर तो तुम हो फिर कैसे वहां मांस परोस दिया गया।
— Wasim Akram Tyagi (@WasimAkramTyagi) December 4, 2020
अब दीपक चौरसिया का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, उनके इस ट्वीट पर तमाम लोग जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। चौरसिया अपने इस ट्वीट को लेकर लोगों के निशाने पर आ गए और जमकर ट्रोल किया जा रहा हैं।
चीन ने पार की प्रताड़ना की इन्तेहां! कैंपों में उइगर मुसलमानों को जबरदस्ती खिला रहा है सूअर का मांस। मुस्लिमों को हर शुक्रवार को सूअर का मांस खाने को मजबूर कर रहा है।
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) December 4, 2020
वही दीपक चौरसिया के ट्वीट को लेकर एक यूजर ने लिखा, “ये पत्रकार कहीं से नहीं है, मोदी का चम’चा ही करता है। ऐसे ही पत्रकारों की वजह से पत्रकारिता बदनाम हो रही है। वही एक अन्य यूजर ने लिखा, लव जिहाद का मुद्दा ख़त्म होने के बाद कौवा क्या करेगा तो इधर उधर की फेक न्यूज़ ला कर अपने ही लोगों को चू… ति.. या बना रहा है ! दिल के ख़ुश रखने को ‘ग़ालिब’ ये ख़याल अच्छा है।
ये पत्रकार कहीं से नहीं है, मोदी का चमचही करता है। ऐसे ही पत्रकारों की वजह से पत्रकारिता बदनाम हो रही है।
— Rajkishor Chaurasiya (@RajkishorChour5) December 4, 2020