हाल ही में देश के नए संसद भवन का शुभारंभ हुआ लेकिन अब ऐसा लगता है कि देश को नए संसद भवन की जरूरत नहीं है क्योंकि सारे फैसले तो मीडिया के स्टूडियो में बैठकर उनके पत्रकार ही कर डालते हैं। मीडिया देश में चल रहे हर मुद्दे पर बहस भी कर सकता है और उस पर फैसला भी दे सकता है और यही नहीं कि वह सिर्फ मुद्दों पर भी फैसला देता है वरन अब तो देश के लोगों की जिंदगी के फैसले भी मीडिया के पत्रकार देने लगे हैं।
ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें देश के प्रतिष्ठित चैनल आज तक के पत्रकार और न्यूज़ एंकर रोहित सरदाना एक शख्स को पाकिस्तान भेजने की धमकी देते हुए दिखाई दे रहे हैं. दरअसल आज तक के पत्रकार और न्यूज़ एंकर ने यह बात लाइव शो के दौरान कही।
पत्रकार रोहित सरदाना एंकर चैट प्रोग्राम कर रहे थे इस प्रोग्राम के दौरान दर्शकों को पत्रकार से सवाल पूछने का मौका मिलता है जिसका जवाब उस पत्रकार को देना होता है. ऐसे में शौकत अली नाम का एक शख्स ने पत्रकार रोहित सरदाना से किसान आंदोलन को लेकर सवाल पूछा शौकत का सरदाना से सवाल था कि “अगर किसान आंदोलन कर रहे है किसान खालिस्तानी हैं तो आप के नेता मोदी उन्हें जेल में क्यों नहीं डाल देते?
शौकत अली के इस सवाल पर रोहित सरदाना का जवाब बेहद चौंकाने वाला था जिसके बाद उनकी आप खूब आलोचना हो रही है। सरदाना ने शौकत के सवाल के जवाब देते हुए कहा कि “पहली बात तो मोदी आपका भी नेता है अगर नहीं है तो पतली गली लेकर निकल ले उधर बगल में और दूसरी बात मैंने कभी किसानों को खालिस्तानी नहीं कहा।
There is no point reminding @aroonpurie of this hate speech on his channel. He is well aware and has been complicit, so is the Editors Guild of India. Make no mistake, these are access and revenue driven editors and publishers who believe in serving the establishment. https://t.co/Zds7svfFuQ
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) December 11, 2020
लेकिन कोई किसानों के आंदोलन की आड़ में खालिस्तान का झंडा फहराएगा तो उसे पकड़ेंगे ही ना या नहीं। सरदाना ने इससे आगे कहा कि जिस तरह तुम्हें शहीनबाग की आड़ में देशविरो’धी नारे लगाने की छूट दी गई थी क्या इन्हें भी दे दें। अब पत्रकार रोहित सरदाना का यह जवाब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा जिसे लेकर लोग उन्हें खूब ट्रोल कर रहे हैं।
राणा अय्यूब ने रोहित सरदाना का यह वीडियो शेयर करते हुए उन पर हम’ला बोला है राणा अय्यूब ने लिखा कि अरुण पुरी को उनके चैनल पर इस हेट स्पीच को याद दिलाने का कोई मतलब नहीं है। वह इससे अच्छी तरह से वाक़िफ़ हैं और इसमें बराबर के भागीदार हैं, इसीलिए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया है।
ये समझने में ग़लती न करें कि ये फायदे के लिए काम करने वाले एडिटर्स और पब्लिशर्स हैं, जो सत्ता की सेवा में यक़ीन रखते हैं। आपको बता दें रोहित सरदाना की मुस्लिम शख्स को दिए जवाब के बाद सोशल मीडिया पर उनकी जमकर आलोचना हो रही है।