नई दिल्ली: कृषि कानून के विरोध में किसानों द्वारा जारी प्रदर्शन एक बहुत बड़ा मुद्दा बन चुका है। हक की लड़ा’ई या धरना प्रदर्शन से ज्यादा अब यह राजनीतिक बह’स का शीर्ष’क बना दिया गया है। किसानों की भलाई सोचने से ज्यादा अब राजनीतिक पार्टियां तथा अन्य लोग आपस में ही एक दूसरे पर तंज कसते नजर आ रहे हैं।
अब ‘न्यूज़ 18 इंडिया’ के एंकर अमीश देवगन ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर इस किसान आंदोलन से संबंधित कुछ बातें कही है। अमीश देवगन का कहना है- ‘मोदी सरकार पर सवाल उठाने वाले आंदोलनों को ब’दनाम करने की कड़ी में भाजपा की प्रो पगें’डा टीम का हालिया निशाना दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर बैठे किसान है।
हो सकता है, अब उन्हें भाजपा की प्रो पगें’डा टीम द्वारा पूर्व में अन्य जन आंदोलनों और कार्यकर्ता पर टुक’ड़े टुक’ड़े गैं’ग, जि न्ना की औला’द’ से लेकर ‘अर्बन न क्स’ल’ होने का आरोप लगा दिया जाये। भारतीय जनता पार्टी की प्रो पगें’डा टीम का यह आजमाया हुआ तरीका है। सोशल मीडिया के दौर में यह और भी आसान हो गया है।
इसमें मुद्दे का जवाब देने और लोगों की बात सुनने की बजाय आंदोलन करने वालों या मोदी सरकार पर उंग’ली उठाने वालों पर तमाम तरह के आरोप लगाकर उन्हें बदनाम कर दिया जाता है। न्यूज़ 18 के ऐंकर अमीश देवगन ने हाल ही में किसान आंदोलन से संबंधित एक प्रोग्राम को होस्ट किया।
आंदोलन की आड़ मोदी विरोध की चाल?
किसान आंदोलन ‘हाईजै’क’? #AarPaar शाम 6.57 बजे@AMISHDEVGAN pic.twitter.com/GyavWsIbtc— News18 India (@News18India) December 14, 2020
जिसका नाम दिया किसान आंदोलन हा ईजै’क उस प्रोग्राम को शेयर करते हुए अमीश देवगन ने ट्विटर पर लिखा “आंदोलन की आड़ मोदी विरोध की चाल? किसान आंदोलन हा ईजै’क? कई लोगों द्वारा इस प्रोग्राम के नाम को लेकर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की गई और इसका जमकर विरोध किया गया।
अमीश देवगन द्वारा कहा गया कि- किसानों द्वारा जो आंदोलन किया जा रहा है उसमें कोई बुराई नहीं है. आंदोलन होनी चाहिए अपने हक की लड़ाई के लिए आंदोलन जरूरी है. लेकिन किसी भी मुद्दे से भटक’ना यह बहुत गलत है उन्हें लगता है कि किसान आंदोलन को देश विरो’धी शक्तियों ने हा ईजै’क कर लिया है और इसलिए मोदी विरो’ध में नारे लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की आ’ड़ में गलत गतिविधियों के होने की पुष्टि इस बात से होती है कि हमारे देश के किसान आंदोलन तो कर सकते हैं लेकिन अपने ही राष्ट्र के प्रधानमंत्री के मर’ने की कामना करते हुए नारे नहीं लगा सकते।